Gujarat Result 2022: जहां मल्लिकार्जुन खरगे ने पीएम मोदी को रावण कहा, उस सूरत की विधानसभा सीटों पर क्या हुआ?

Gujarat Result 2022: जहां मल्लिकार्जुन खरगे ने पीएम मोदी को रावण कहा, उस सूरत की विधानसभा सीटों पर क्या हुआ?

6
सार

गुजरात विधानसभा चुनाव के परिणाम पर हर किसी की नजर बनी हुई है। रुझानों से तय हो गया है कि भाजपा गुजरात में ऐसा रिकॉर्ड बनाने जा रही है, जिसे तोड़ पाना विपक्षी दलों के लिए काफी मुश्किल होगा।

 

विस्तार

गुजरात विधानसभा चुनाव के परिणाम पर हर किसी की नजर बनी हुई है। रुझानों से तय हो गया है कि भाजपा गुजरात में ऐसा रिकॉर्ड बनाने जा रही है, जिसे तोड़ पाना विपक्षी दलों के लिए काफी मुश्किल होगा।  हालांकि, इस बीच वे बयान एक बार फिर चर्चा में हैं, जो चुनाव प्रचार के दौरान सुर्खियों में बने रहे। इनमें से एक बयान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का भी है, जो उन्होंने सूरत में प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ दिया था। अब देखना यह है कि इस बयान से सूरत की सभी 12 विधानसभा सीटों पर क्या असर रहा? इस बयान से भाजपा को फायदा पहुंचा या कांग्रेस को कोई भी नुकसान नहीं हुआ।

सूरत पूर्व विधानसभा सीट

गुजरात की सूरत पूर्व विधानसभा सीट से भाजपा ने अरविंद राणा पर दोबारा दांव खेला, जबकि कांग्रेस ने असलम फिराजो भाई को अपना उम्मीदवार बनाया। वहीं, आप की तरफ से कंचन जरीवाला ने ताल ठोंकी। सूरत पूर्व से कुल 14 प्रत्याशियों ने किस्मत आजमाई। इस सीट पर पहले चरण में यानी एक दिसंबर को मतदान हुआ था। 2017 के चुनाव में सूरत पूर्व विधानसभा सीट पर भाजपा के अरविंद शांतिलाल राणा ने ही जीत हासिल की थी। उन्हें 54.1 फीसदी वोट मिले थे। वहीं, 44.2 फीसदी वोट के साथ कांग्रेस के भरूचा नितिन कुमार ठाकोरदास दूसरे नंबर पर रहे थे।

लिंबायत विधानसभा सीट

लिंबायत विधानसभा सीट पर भाजपा हैट्रिक लगाने की कोशिश में है। यहां भाजपा ने वर्तमान विधायक संगीताबेन पाटिल पर ही भरोसा जताया। वहीं, कांग्रेस ने गोपालभाई देवीदास पाटिल और आम आदमी पार्टी ने पंकज तायडे को मैदान में उतारा। 2017 के विधानसभा चुनाव में लिंबायत सीट पर भाजपा की संगीता पाटिल को ही जीत मिली थी। उस दौरान यहां संगीता संगीताबेन राजेंद्रभाई पाटिल को 55.2 फीसदी वोट मिले थे, जबकि दूसरे नंबर पर रहे कांग्रेस के डॉ. रविंद्र शुक्ल पाटिल को 36.3 फीसदी मत हासिल हुए थे।

कामरेज विधानसभा सीट

कामरेज विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने नीलेश कुंभानी को चुनाव मैदान में उतारा, जबकि भाजपा ने प्रफुल्ल पंशेरिया पर दांव खेला। इसके अलावा आप ने राम धड़ुक पर भरोसा जताया। 2017 के चुनाव में यहां कांग्रेस और भाजपा के बीच सीधी टक्कर थी। इस बार आप की एंट्री ने चुनावी खेमे में हलचल मचा दी। हालांकि, गौर करने वाली बात यह है कि साल 2002 से कामरेज विधानसभा सीट पर भाजपा का दबदबा रहा है। 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के वीडी जालावडिया ने 53.7 फीसदी वोट के साथ जीत हासिल की थी। वहीं, कांग्रेस के अशोक जीरावाला 43.4 फीसदी वोट मिले थे।

करंज विधानसभा सीट

करंज विधानसभा सीट पर भाजपा ने वर्तमान विधायक प्रवीणभाई मनजीभाई घोघारी पर ही दांव लगाया। उनका मुकाबला कांग्रेस के भारती प्रकाश पटेल और आम आदमी पार्टी के मनोज सोरठिया से था। 2017 में  यहां कुल 64.98% वोट पड़े थे, जिसमें भाजपा के प्रवीणभाई मनजीभाई घोघारी ने 65.6 फीसदी वोट हासिल करके जीत हासिल की थी। वहीं, कांग्रेस के भुंभलिया भावेशभाई गोविंदभाई 25.8 फीसदी वोट हासिल करके दूसरे नंबर पर रहे थे।

मजूरा विधानसभा सीट

मजूरा सीट पर भाजपा ने मौजूदा विधायक हर्ष संधवी पर दांव खेला, जिनका सीधा मुकाबला कांग्रेस के बलवंत शंतलाल जैन और आम आदमी पार्टी के पीवीएस शर्मा से था। इस सीट पर 2017 का चुनाव भी भाजपा के पक्ष में रहा था। उस दौरान कुल 76.65% वोट पड़े थे, जिनमें हर्ष संधवी ने 77.6 फीसदी वोट हासिल करके जीत दर्ज की थी। वहीं, कांग्रेस के कोठारी अशोक मोहनलाल को महज 20.6 फीसदी वोट मिले थे।

कतारगाम विधानसभा सीट

सूरत जिले की कतारगाम विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी से गोपाल इटालिया ने ताल ठोंकी है। उनका सीधा मुकाबला भाजपा के विनोद भाई मोराडिया और कांग्रेस के कल्पेश वारिया से है। 2017 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर भाजपा अमरशीभाई विनोदभाई मोराडिया ने 70.2 फीसदी वोट के साथ जीत हासिल की थी। वहीं, कांग्रेस के जिग्नेश मेवानी 25.8 फीसदी वोट के साथ दूसरे नंबर पर रहे थे।

चोर्यासी विधानसभा सीट

चोर्यासी सीट पर भाजपा ने वर्तमान विधायक संदीप देसाई पर भरोसा जताया। वहीं, कांग्रेस ने कांतिलालभाई नानुभाई पटेल और आम आदमी पार्टी ने प्रकाशभाई ठेकेदार पर दांव खेला। चोर्यासी सीट पर 22 साल से भाजपा का वर्चस्व कायम है। 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी पटेल झंखना हितेशकुमार ने 68.8 फीसदी वोट के साथ जीत हासिल की थी। वहीं, कांग्रेस के योगेश भगवान पटेल 24.9 फीसदी वोट हासिल करके दूसरे नंबर पर रहे थे।

सूरत पश्चिम विधानसभा चुनाव

सूरत पश्चिम विधानसभा सीट पर भाजपा ने वर्तमान विधायक पुरनेशकुमार ईश्वरलाल मोदी को चुनावी दंगल में उतारा। उनका सीधा मुकाबला कांग्रेस के संजय रमेशचंद्र पटवा और आम आदमी पार्टी के मॉक्सेश संघवी से है। 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के पुरनेशकुमार ईश्वरलाल मोदी ने 75.3 फीसदी वोट हासिल किए थे, जबकि दूसरे नंबर पर रहे कांग्रेस के पटेल इकबाल दाऊद को 22.8 फीसदी वोट मिले थे।

सूरत उत्तर विधानसभा सीट

सूरत नॉर्थ सीट पर भाजपा ने मौजूदा विधायक कांतिभाई हिमंतभाई को चुनावी मैदान में उतारा था। वहीं, कांग्रेस ने अशोकभाई वी पटेल और आप ने महेंद्र नवादिया पर भरोसा जताया। 2017 के विधासभा के चुनाव में भी यहां भाजपा जीती थी। उस वक्त यहां कुल 58.36% वोट पड़े थे, जिनमें भाजपा को 58.9 फीसदी और कांग्रेस को 38.8 फीसदी वोट मिले थे।

वराछा विधानसभा सीट

भाजपा ने इस विधानसभा सीट पर अपने वर्तमान विधायक किशोरभाई कानाणी पर दांव खेला, जिनका सीधा मुकाबला कांग्रेस के प्रफुलभाई छगनभाई तोगड़िया और आम आदमी पार्टी के अल्पेश कथीरिया से है। बीजेपी का गढ़ कही जाने वाली वराछा रोड सीट पर  2017 में भाजपा ने जीत हासिल की थी। उस वक्त यहां कुल 54.69% वोट पड़े थे, जिनमें भाजपा की झोली में 55.2 फीसदी वोट आए थे, जबकि कांग्रेस का वोट शेयर 43.9 फीसदी रहा था।

उधना विधानसभा सीट

उधना विधानसभा सीट पर भाजपा ने वर्तमान विधायक की जगह मनुभाई मोहनभाई पटेल पर भरोसा जताया। वहीं, कांग्रेस ने धनसुख बी राजपूत और आम आदमी पार्टी ने महेंद्र पाटिल पर दांव खेला। साल 2017 के चुनाव में भाजपा के पटेल विवेक नरोत्तमभाई ने 62.5 फीसदी वोट हासिल करके जीत हासिल की थी। वहीं, कांग्रेस के पटेल सतीषभाई चंपकभाई 32.3 फीसदी वोट हासिल करके दूसरे नंबर पर रहे थे।

ओलपाड विधानसभा सीट

ओलपाड विधानसभा सीट पर भाजपा ने एक बार फिर वर्तमान विधायक मुकेशभाई जिनाभाई पटेल पर भरोसा जताया। उधर, कांग्रेस ने दर्शनकुमार अमृतलाल नायक और आम आदमी पार्टी ने धार्मिक मालवीय पर दांव खेला। 2017 के दौरान यहां कुल 60.48 फीसदी वोट पड़े थे। उस दौरान भाजपा के मुकेशभाई जिनाभाई पटेल ने 61.4 फीसदी वोट हासिल करके जीत दर्ज की थी, जबकि कांग्रेस के बाकरोला योगेंद्रसिंह चंद्रसिंह 35.8 फीसदी वोट हासिल करके दूसरे नंबर पर रहे थे।

Comments are closed.